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Saturday 7 July 2018

*हास्य पुष्प* ~ *Hasy Pushp*

एक महिला ने बताई अपनी *आपबीती*
एक *मीटिंग* के बाद *मैं* होटल से बाहर आई।
मैंने अपनी *स्कूटी की चाबियाँ* तलाशीं लेकिन
मेरे पास नहीं थीं।
वापस *मीटिंग रूम* में जाकर देखा, वहाँ भी नहीं थीं।
अचानक मुझे लगा कि.....
चाबियाँ शायद मैं स्कूटी के इग्नीशन में ही लगी छोड़ आई थी।
*मेरे पति* बहुत बार मेरी इस *आदत* के लिए मुझे *डाँट* चुके थे।
जबकि मेरा कहना ये होता था कि.....
चाबियों को कहीं और भूल जाने की अपेक्षा, *इग्नीशन में लगी छोड़कर भूल जाना अच्छा।*
उनका कहना ये होता था कि.....
इग्नीशन में चाबियाँ भूलने पर गाड़ी *चोरी* हो सकती है।
खैर,
जब मैं पार्किंग में पहुँची तो मुझे समझ आया कि
, *मेरे पति सही थे*।
पार्किंग खाली थी, स्कूटी चोरी हो चुकी थी।
मैंने तुरंत *यूपी १०० पुलिस को कॉल* किया, अपनी लोकेशन और पार्किंग एड्रेस बताया
और
*स्कूटी* की पूरी जानकारी दी।
मैं *बराबर कन्फ्यूज* थी कि, चाबियाँ इग्नीशन में *भूल* जाने के कारण ही स्कूटी चोरी हो गई थी।
फिर मैंने अपने पति को *डरते डरते*  काल लगाईं और बोली---" *डार्लिंग*
( ऐंसे समय मैं उन्हें *डार्लिंग* कहकर ही बुलाती थी  )
मैं अपनी स्कूटी की चाबियाँ इग्नीशन में भूल गई और *अपनी स्कूटी चोरी* हो गई। "
फोन पर थोड़ी देर *शान्ति* रही।
मुझे लगा मेरे *पति गुस्से में फोन काट देंगे।*
लेकिन फिर उनकी *गुस्से में चिल्लाने*  की आवाज आई---
" *बेवकूफ, गधी,*
मैं खुद तुम्हे *मीटिंग अटेंड* करने के लिए *छोड़कर* आया था ! "
अब शांत रहने की मेरी बारी थी।
मैं खुश हो गई थी कि,
चलो स्कूटी चोरी तो नहीं हुई। फिर मैंने कहा---
" *ओके*
तो फिर प्लीज,*मुझे लेने के लिए आ जाओ। "
*पति फिर चिल्लाए* ---" मैं जितनी *जल्दी* हो सकेगा, तुम्हें लेने के लिए पहुँचता हूँ, लेकिन पहले इस *पुलिस* वाले को तो बताओ,
कि मैंने तुम्हारी  *स्कूटी* नहीं चुराई है, जिसने मुझे *पकड़* रखा है...."
अकेले मत हँसिए........दुसरे *पति पत्नियों* को फारवर्ड कीजिये !!
         *मुस्कराते रहे*

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